पोषण ट्रैकर कैलकुलेटर

Poshan tracker calculator : दोस्तों पोषण ट्रैकर कैलकुलेटर भारत सरकार द्वारा चालू की गई एक बहुत ही लाभकारी योजना है, पोषण ट्रैकर कैलकुलेटर एक ऐसा टूल है जो बच्चों की वृद्धि को समझने के लिए बनाया गया है, जो विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के द्वार निर्देशित मापदंडों पर आधारित है। इस टूल में, अगर आप बच्चे के वजन, लम्बाई, और अन्य मापदण्ड जैसे जानकारी डालते हैं, तो ये आपको बच्चे की स्थिति का अनुमान लगा सकता है। इसके साथ ही, अगर किसी विशेष मापदण्ड में कुछ कमी या अधिक है, तो ये उच्च सुधार कार्यों को समझाता है ताकि बच्चे की स्वास्थ्य वृद्धि हो सके।

पोषण ट्रैकर कैलकुलेटर का उपयोग कैसे किया जाता है ?

दोस्तों पोषण ट्रैकर कैलकुलेटर को इस्तेमाल करना बहुत ही ज़्यादा आसान है, इसके लिए सबसे पहले आपको पोषण ट्रैकर कैलकुलेटर की ऑफिशल वेबसाइट पर जाना होगा फिर उसके बाद वहाँ पर बच्चे की लंबाई, वज़न, लिंग अन्य मापदंड जैसे जानकारी डालनी होगी उसके बाद उस बच्चे की जानकारी के हिसाब से जो भी उसमें कमी है या फिर वो ज़्यादा है तो वो सब कुछ आपको बताएगा और उसके हिसाब से आप बच्चे को आहार दे सकते हैं और यह बहुत ही ज़्यादा उपयोगी है, ज़्यादातर इसका उपयोग आंगनवाड़ी में या फिर स्कूलों में किया जा रहा है और ये काफ़ी ज़्यादा कारगर है |

पोषण ट्रैकर कैलकुलेटर ऐप

दोस्तों वैसे तो पोषण ट्रैकर कैलकुलेटर को आप ऑनलाइन उपयोग कर सकते हैं उनकी आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर लेकिन अगर आप इसको अपने फ़ोन में उपयोग करना चाहते हैं तो उसके लिए Poshan calculator app मौजूद है इसे आप प्लेस्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं | इसे डाउनलोड करने के लिए आपको प्ले स्टोर में जाकर पोषण कैलकुलेटर ऐप सर्च करना है और जैसे ही आप सर्च करेंगे तो आपके सामने पहला रिज़ल्ट आएगा उस ऐप को डाउनलोड कर लेना है और यही उसकी आधिकारिक एप्लिकेशन है |

Poshan Calculator

Poshan Calculator

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पोषण ट्रैकर कैलकुलेटर किस काम आता है ?

दोस्तों पोषण ट्रैकर कैलकुलेटर ख़ासकर छोटे बच्चों के लिए बनाया गया है जिनकी उम्र छह वर्ष तक है (0-6) और जो गर्भवती महिलाएँ हैं उनके लिए भी बनाया गया है ताकि उनका पोषण ट्रैक किया जा सके और उन्हें पौष्टिक आहार दिया जा सके क्योंकि आप सभी को पता होगा इंडिया में बहुत सारे बच्चे ऐसे हैं जो कुपोषित है काफ़ी सारी गर्भवती महिलाएँ ठीक से उनको पोषण नहीं मिलता है तो उनका होने वाला बच्चा भी काफ़ी ज़्यादा कुपोषित हो जाता है इसी की वजह से इंडिया की सरकार ने पोषण ट्रैकर कैलकुलेटर को लॉन्च किया है और यह एक बहुत ही अच्छा टूल हैं उन सभी लोगों के लिए जो अपना पोषण कैलकुलेट करना चाहते हैं ख़ासकर यह आंगनवाड़ी वर्कर्स के लिए बनाया गया है ताकि वह इसका यूज़ करके सही पौष्टिक आहार दे पाएँ बच्चों को और गर्भवती महिलाओं को चलिए देखते हैं यह किस काम आता है और इसमें किस तरह से पोषण कैलकुलेट किया जाता है और यह कौन सी जानकारी दिखाता है :

कैलकुलेटर निम्नलिखित जानकारी प्रदर्शित करेगा:

  • बच्चे का वजन-से-ऊंचाई z-स्कोर
  • बच्चे की ऊंचाई-से-आयु z-स्कोर
  • बच्चे का वजन-से-आयु z-स्कोर
  • बच्चे का बीएमआई-से-आयु z-स्कोर

z-स्कोर एक माप है कि बच्चे का माप उसी उम्र और लिंग के बच्चे के लिए माध्यिका से कितने मानक विचलन ऊपर या नीचे है। 0 का z-स्कोर का अर्थ है कि बच्चे का माप माध्यिका पर है। -1 का z-स्कोर का अर्थ है कि बच्चे का माप माध्यिका से एक मानक विचलन नीचे है। 2 का z-स्कोर का अर्थ है कि बच्चे का माप माध्यिका से दो मानक विचलन ऊपर है।

कैलकुलेटर z-स्कोर की एक संक्षिप्त व्याख्या भी प्रदान करता है। उदाहरण के लिए, यदि बच्चे का वजन-से-ऊंचाई z-स्कोर -2 से नीचे है, तो बच्चे को कम वजन वाला माना जाता है। यदि बच्चे की ऊंचाई-से-आयु z-स्कोर -2 से नीचे है, तो बच्चे को कुपोषित माना जाता है।

पोषण ट्रैकर कैलकुलेटर माता-पिता, देखभाल करने वालों और स्वास्थ्य देखभाल पेशेवरों के लिए बच्चों की वृद्धि को ट्रैक करने और शुरुआती चरण में संभावित समस्याओं की पहचान करने के लिए एक उपयोगी उपकरण है।

पोषण ट्रैकर मैं कौन कौन लाभकारी है?

वैसे तो पोषण ट्रैकर कैलकुलेटर बच्चों और गर्भवती महिलाओं के पोषण को ट्रैक करने के लिए बनाया गया है लेकिन अगर आप आदमी है या फिर अगर आप व्यस्क हैं तो वो भी आप पोषण ट्रैकर कैलकुलेटर यूज़ करके पोषण कैलकुलेट कर सकते हैं और अपने आहार में चेंज कर सकते हैं | एक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता (AWW) एप्लिकेशन में 6 प्रकार के लाभार्थियों को पंजीकृत कर सकती है। यहां उनका विस्तृत विवरण दिया गया है:

1. गर्भवती महिलाएं: ये वे महिलाएं हैं जो गर्भवती हैं और उन्हें नियमित जांच, पोषण सलाह, और टीकाकरण की आवश्यकता होती है।

2. स्तनपान कराने वाली माताएं: ये वे महिलाएं हैं जिन्होंने हाल ही में जन्म दिया है और अब अपने शिशुओं को स्तनपान करा रही हैं। उन्हें अतिरिक्त पोषण सहायता, बाल देखभाल सलाह, और परिवार नियोजन सेवाओं की आवश्यकता होती है।

3. 0-6 महीने के बच्चे: ये शिशु अभी पैदा हुए हैं और अतिरिक्त देखभाल की आवश्यकता होती है। उन्हें नियमित वजन जांच, टीकाकरण, और विकासात्मक निगरानी की आवश्यकता होती है।

4. 6 महीने से 3 साल के बच्चे: इन बच्चों को ठोस आहार से परिचित कराया जा रहा है और वे सक्रिय रूप से विकसित हो रहे हैं। उन्हें पोषण सलाह, स्वास्थ्य जांच, और प्रारंभिक शिक्षा सहायता की आवश्यकता होती है।

5. 3-6 साल के बच्चे: ये बच्चे पूर्व-प्राथमिक विद्यालय जाने की तैयारी कर रहे हैं और उन्हें संज्ञानात्मक, सामाजिक और भावनात्मक विकास में सहायता की आवश्यकता होती है। उन्हें पोषण सलाह, स्वास्थ्य जांच, और पूर्व-विद्यालय गतिविधियों में शामिल होना चाहिए।

6. 14-18 वर्ष की किशोर लड़कियां (आकांक्षी जिलों के लिए): ये लड़कियां किशोरावस्था के विभिन्न चरणों में हैं और उन्हें विशेष रूप से पोषण, स्वच्छता, यौन और प्रजनन स्वास्थ्य शिक्षा, और जीवन कौशल विकास में सहायता की आवश्यकता होती है। यह सुविधा केवल “आकांक्षी जिलों” में उपलब्ध है, जिन्हें भारत सरकार द्वारा सामाजिक-आर्थिक रूप से पिछड़े क्षेत्रों के रूप में चिन्हित किया गया है।

पोषण ट्रैकर कैलकुलेटर

पोषण ट्रैकर कैलकुलेटर में बच्चे का आधार कार्ड कैसे रजिस्टर करें?

अगर बच्चे के पास स्वयं का आधार कार्ड नहीं है, तो आंगनबाड़ी कार्यकर्ता (AWW) माता/पिता/अभिभावक के आधार कार्ड का उपयोग करके सत्यापन कर सकती हैं।

माता/पिता/अभिभावक के आधार कार्ड का उपयोग करके सत्यापन:

  1. माता/पिता/अभिभावक का आधार कार्ड लें: बच्चे को पंजीकृत करने के लिए, AWW को सबसे पहले बच्चे के माता/पिता/अभिभावक का आधार कार्ड प्राप्त करना होगा। सुनिश्चित करें कि उनके पास अपना आधार कार्ड और मोबाइल फोन उपलब्ध है।
  2. आधार का उपयोग करके माता/पिता/अभिभावक को प्रमाणित करें: कई तरह से माता/पिता/अभिभावक को आधार के माध्यम से प्रमाणित किया जा सकता है। ये तरीके हैं:
    • ओटीपी के माध्यम से: माता/पिता/अभिभावक के रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी भेजा जाएगा, जिसे उन्हें AWW को बताना होगा।
    • बायोमेट्रिक्स के माध्यम से: माता/पिता/अभिभावक को अपनी उंगलियों के निशान या आंख की स्कैन करनी होगी, जिसे आधार से मिलान किया जाएगा।
    • ई-केवाईसी के माध्यम से: यदि माता/पिता/अभिभावक के पास कोई बैंक खाता है जो आधार से जुड़ा है, तो वे इसके माध्यम से भी खुद को प्रमाणित कर सकते हैं।
  3. बच्चे की जानकारी दर्ज करें: आधार सत्यापन के बाद, AWW बच्चे की सभी आवश्यक जानकारी जैसे नाम, जन्म तिथि, पता आदि दर्ज कर सकती है।
  4. माता/पिता/अभिभावक का सहमति लें: यह महत्वपूर्ण है कि AWW माता/पिता/अभिभावक से उनके बच्चे को पंजीकृत करने के लिए उनकी सहमति लें। सहमति को लिखित या मौखिक रूप से लिया जा सकता है।
  5. जानकारी अपलोड करें: माता/पिता/अभिभावक के आधार के माध्यम से प्रमाणीकरण और बच्चे की जानकारी दर्ज करने के बाद, AWW को डेटा को संबंधित अधिकारियों को अपलोड करना होगा।

पोषण ट्रैकर कैलकुलेटर में एक आधार कार्ड पर कितने लाभार्थी जोड़ सकते हैं ?

आपके आधार कार्ड पर कितने लाभार्थियों को जोड़ा जा सकता है, यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप उन्हें किस योजना के लिए पंजीकृत कर रहे हैं और उनका आपसे क्या रिश्ता है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता (AWW) के लिए बात करें तो, वह एक आधार कार्ड के विवरण का उपयोग करके अधिकतम 5 लाभार्थियों को पंजीकृत कर सकती हैं। यहां विस्तृत जानकारी हिंदी में है:

आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के लिए:

  • माता का आधार कार्ड: एक माँ के आधार कार्ड से कुल 5 लाभार्थियों को पंजीकृत किया जा सकता है, जिसमें स्वयं माँ और उनके 4 बच्चे शामिल हैं।
  • पिता/अभिभावक का आधार कार्ड: एक पिता या अभिभावक के आधार कार्ड से उनके 5 बच्चों को पंजीकृत किया जा सकता है।

ध्यान दें:

  • ये नियम विशिष्ट योजनाओं के अनुसार भिन्न हो सकते हैं।
  • कुछ योजनाओं में, केवल माँ के आधार कार्ड का उपयोग करके बच्चों को पंजीकृत किया जा सकता है।
  • यह हमेशा यह सुनिश्चित करने के लिए सर्वोत्तम होता है कि आप अपने क्षेत्रीय या राज्य अधिकारियों से संपर्क करें और विशिष्ट योजना के लिए लागू नियमों की पुष्टि करें।

पोषण ट्रैकर कैलकुलेटर में अपना आधार कार्ड कैसे वेरिफाई कराएं ?

आधार कार्ड वेरिफ़िकेशन एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है जो यह सुनिश्चित करती है कि लाभार्थी सही व्यक्ति है और वे लाभ पाने के लिए पात्र हैं। यहां बताया गया है कि किसी लाभार्थी का आधार कार्ड आंगनबाड़ी कार्यकर्ता (AWW) कैसे वेरिफ़िकेशन कर सकती है:

लाभार्थी का आधार कार्ड वेरिफ़िकेशन करने के लिए :

  1. लाभार्थी की जानकारी दर्ज करें: आपको लाभार्थी की प्रोफाइल में उनका नाम, जन्म तिथि, लिंग और आधार कार्ड नंबर सही से दर्ज करना होगा। यह सुनिश्चित करें कि दर्ज की गई सभी जानकारी लाभार्थी के आधार कार्ड से मेल खाती हो।
  2. “वेरिफ़िकेशन करें” बटन पर क्लिक करें: एक बार जब आप सभी आवश्यक जानकारी दर्ज कर लेते हैं, तो “वेरिफ़िकेशन करें” बटन पर क्लिक करें।
  3. वेरिफ़िकेशन का परिणाम देखें: कुछ ही सेकंडों में, आपको स्क्रीन पर सत्यापन का परिणाम दिखाई देगा। यदि सभी जानकारी सही और मेल खाती है, तो आपको “आधार सफलतापूर्वक सत्यापित” जैसा संदेश दिखाई देगा। यदि कोई जानकारी गलत या मेल नहीं खाती है, तो आपको त्रुटि संदेश दिखाई देगा।

पोषण ट्रैकर टीकाकरण

0-6 महीने के बच्चों को जन्म से लेकर 14 सप्ताह की उम्र तक कई महत्वपूर्ण टीके लगाए जाते हैं। ये टीके उन्हें गंभीर बीमारियों से बचाने में मदद करते हैं। यहां उन टीकों की सूची दी गई है जो आमतौर पर 0-6 महीने के बच्चों को लगाए जाते हैं, और ये सभी टीके पोषण ट्रैक्टर की वेबसाइट के ज़रिए आप फ़्री में लगवा सकते हैं |

जन्म के समय:

  • BCG: यह टीका तपेदिक (टीबी) से बचाता है।

6 सप्ताह पर:

  • पोलियो (OPV): यह टीका पोलियो से बचाता है।
  • हेपेटाइटिस बी: यह टीका हेपेटाइटिस बी नामक लीवर के संक्रमण से बचाता है।

10 सप्ताह पर:

  • पेंटा वैलेंट: इस वैक्सीन में पांच टीके शामिल होते हैं: डिप्थीरिया, टेटनस, पर्टुसिस (काली खांसी), हीमोफिलस इन्फ्लुएंजा टाइप बी (Hib), और हेपेटाइटिस बी।

14 सप्ताह पर:

  • पेंटा वैलेंट: दूसरी खुराक।
  • पोलियो (fIPV): यह टीका पोलियो से बचाता है।
  • न्यूमोकोकल कंजुगेट वैक्सीन (PCV): यह टीका निमोनिया और अन्य गंभीर बीमारियों से बचाता है।
  • रोटावायरस वैक्सीन (RVV): यह टीका रोटावायरस से होने वाले दस्त से बचाता है।

पोषण ट्रैकर भारत की पोषणहारिता के खिलाफ लड़ाई में एक महत्वपूर्ण कदम को दर्शाता है। इसका नवाचारी प्रस्ताव तकनीक का सहारा लेता है जिससे डेटा प्रबंधन, सेवा प्रदान और समुदाय संगठन में सुधार होता है। पहचानी गई चुनौतियों का समाधान करना और इसके दृढ़ प्रयोजन का सुनिश्चित करना इसकी संभावनाओं को अधिकतम करने और सभी के लिए एक स्वस्थ और अधिक पोषित भविष्य में योगदान करने के लिए महत्वपूर्ण होगा।

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